हमारे गुरू, आचार्य डॉ.जोशी एक अद्भुत व्यक्तित्व है. आईये जानते है उनकी शक्तियों के बारे मे. एवम उनके बहुआयामी व्यक्तित्व के बारे में. उनके जैसा एक अच्छा गुरू ही आपके जीवन को सफल बनायेगा.
आचार्यजी विश्व के कुछ गिने चुने गुरूओं में से है, जिन्हे किसी भी प्रकार के रोगी को ठीक करने की दैवी शक्ती प्राप्त है. निम्न उल्लेखित शक्तियोंके वो धनी है, कृपया ध्यान दीजिये.. उनके पास एक अद्भुत ताकत है, सिखाने की. सिर्फ ग्यान को प्राप्त करके वो रुके नही है, इस ग्यान को सरल और सीधी भाषा मे वो लोगों तक पहुँचाते भी है.
'हिप्नो थेरपी'. वो एक आध्यात्मिक हिप्नोथेरपिस्ट है. वो किसी भी पेशंट को गहरी निद्रा मे ले जा सकते है. क्लिनिकल हिप्नोथेरपी के वो मास्टर है. उनकी जबरदस्त आवाज परमात्मा की विशेष देन है. कॉवर्ट हिप्नोसिस को उनसे बेहतर पूरे विश्व में कोई नहीं जानता. क्वांटम फिजिक्स के माध्यम से आचार्यजी से हिप्नोसिस का विश्लेषण जानना उन्हे विश्व के बेहतरीन मनो वैज्ञानिक संशोधकों की श्रेणी में बिठा देता है. वो अपने आप मे एक युनीवर्सिटी है.
रेकी: डॉ.जोशी विश्व के सभी रेकी ग्रेण्ड मास्टर्स से अलग, अत्यंत प्रभावशाली हीलर है. कई अनुभवी रेकी प्रेक्टिशनर उनके पास से सलाह मशवरा करते है. हिंदु साधु संत, जैन मुनी, क्रिश्चन धर्मगुरू, मौलवी उनके पास ट्रीटमेण्ट के लिये आते है. आचार्यजी का अनेक धर्मोंका अभ्यास होने के कारण अनेक धर्म एवम पंथों के लोग उनसे आध्यात्मिक चर्चा विचार विमर्श करने के लिये आते है, और प्रभावित होकर जाते है. हिंदु पुराण शास्त्र, क्रिश्चिअनिटी, इस्लाम, बौद्ध, जैन, झरतृस्टी, बोहेमिअन फिलोसोफेर्स के साहित्य का उन्होने अध्ययन किया है.
अनेक आय.ए.एस. आय पी एस ऑफीसर्स एवम डोक्टर्स आचार्यजी के पास स्ट्रेस मेंनेजमेण्ट के लिये आते है. जिस ग्रेण्ड मास्टर्स लेवल को सिखाने के लिये अन्य गुरु तीस हजार से तीन लाख रु. लेते है उसके लिये डॉ.जोशी केवल मात्र 5,500=00 रु लेते है. ताकि यह ग्यान हर किसी के जेब को हासिल हो. कम फीस लेने के पीछे उनका समाज सेवी दृष्टिकोण है.
डॉ.जोशी अत्यंत प्रामाणिक है. उनका यह दावा नही है, कि वें केंसर के जैसी बीमारी ठीक करते है, लेकिन हाँ, वो लोगोंको मृत्यु को जीतना, जानना और स्वीकारना सिखा देते है. फिर लोग अटल मृत्यु को हसते हसते स्वीकार लेते है, और जीना सीख लेते है. मन कि इस सकारात्मक आनंदमय अवस्था के कारण केंसर के रहते हुये भी लम्बी आयु लोग जी लेते है.
“प्राणिक हीलिंग” एवम “कुण्डलिनी शक्ति जागरण” की उच्चतम तकनीक जब वो सिखाते है तब मन और आत्मा शांत और स्थिर हो जाते हैं. ‘चक्र हीलिंग’, ‘तिबेटियन लामा थेरपी’ भी वो सिखाते है.
उनके द्वारा ‘पास्ट लाईफ़ थेरपी’ सीखनेसे, ‘मै कौन हूँ’ ‘मुझे ये तकलिफें क्यों है’ इसके जवाब मिल जाते है.
म्युजिक थेरपी के अंतर्गत वो किसी भी व्यक्ति को की-बोर्ड बजाना आधे घण्टे मे सिखाते है, जिससे वो व्यक्ति जीवन का लुत्फ उठा सके.
अॅक्युप्रेशर: डॉ.जोशी द्वारा दिये गये अॅक्युप्रेशर के परिणाम अद्भुत मिलते है, क्योंकि उनके उंगलियोन्मेसे ब्रम्हांडिय ऊर्जा बहती है. जो पेशंट को दर्द से मुक्त मन की शांती प्रदान करती है. उनका ‘मानव वंश शास्त्र एवम एर्गोनोमी का गहरा अध्ययन ‘सेल्फ पेन मेनेजमेण्ट’ मे कारगर साबित होता है. इस विषयका उनका अध्ययन संशोधन इतना गहरा है, कि ‘ओर्थोपेडिक डॉक्टर्स’ भी चकित हो जाते है.
‘क्रेनिओस्केरल’ ट्रीटमेंट के लिये कई बार क्वालिफाईड डॉक्टर्स भी ‘सर्वाईकल पेन’ से पीडीत पेशण्ट को डॉ.जोशी के पास भेजते है, जिनके रिजल्ट बेहतरीन आते है.
‘पेन मेंनेजमेण्ट (दर्द निवारक उपचार पद्धति) के अंतर्गत वो निम्नलिखित उपचार करते एवम सिखाते है, सुजोक, रिफ्लेक्सोलोजी, अॅक्युप्रेशर, केरिलियन मसाज, थाई मसाज, स्वयम शिरोधारा, मिमी-काकी (टोफुगू)
वो ‘टेलिपथी’ सिखाते है. अप्सरा हठात योग, मनी मेडिटेशन (कुबेर त्राटक), ॐ त्राटक, एन्जल्स थेरपी भी सिखाते है.
वो एक जाने माने फेस रीडिंग एवम होरोस्कोप रीडींग ‘एस्ट्रोलोजर’ है. जिनका प्रेडिक्शन अस्सी से नब्बे प्रतिशत सटीकता से सही होता है. ‘भविष्य वाणी’ से जुडे प्राचीन भारत के ‘रत्नोंका शास्त्र, नाडी शास्त्र, शिवस्वरोदय शास्त्र, और साथ मे इजिप्शियन डाउजिंग वो सिखाते है.
वह एक निष्णात वास्तुविशारद है. जो वास्तुशास्त्र सिखाते भी है.
निम्न लिखित प्राचीन गूढ विद्याओंके वो स्वामी है. श्री मेरू यंत्र विद्या, मुद्राशास्त्र, छायापुरुष, वशिकरण शास्त्र, दस महाविद्या, हूडू, जिन्नात तंत्र मंत्र, कर्णपिशाचिनी, ई. उत्तराखण्ड के ‘उत्तर काशी’ मे मूल होने के कारण हिमालय के अनेक तपस्वी, ऋषी मुनियोंकी उनपर विशेष कृपा रही. जिनके कारण अनेक विद्या उन्हे सहज प्राप्त हुयी. उपरोल्लिखित विद्याये सिखानेवाले काफि कम गुरु होते है. उन गिने चुने गुरुओन्मे डॉ. जोशी का नाम आता है.
वह दुनिया के बेहतरीन मेडिटेशन गुरु मे से एक है. सुदर्शन क्रिया, ओशो फिलोसफी, विपस्सना, योगा ये वो सिखाते है. उनके द्वारा ‘योगा इन ट्रांस’ अत्यंत अनोखा है.
डॉ.जोशी केवल मात्र एक आध्यात्मिक गुरू नही है. वो एक ‘सायकोलोजिकल मेटिवेटर’ भी है. वो जितने सहज धोती कुर्ता मे होते है उतनेही आत्मविश्वास से भरपूर ‘थ्री पीस इटालियन सूट’ मे भी होते है. उनका व्यक्तित्व प्राचिन सभ्यता और आधुनिकता इनका अनोखा मिश्रण है.
मानसिक विश्लेषण यह उनका पसंदीदा विषय है जिनके कारण हजारो लोगोंके जीवनमे अब तक परिवर्तन आ चुका है. निम्न लिखित विषय उनके द्वारा सिखाये जाते है, जो बहोत ही दिलचस्प है. ईमोशन्स मेंनेजमेंट, मेमरी मेंनेजमेंट, माईन्ड कोंन्सेंट्रेशन, मेरेज कौंसलिंग, अण्डर्स्टेण्डिंग लाईफ पार्टनर, फेमिली मेंनेजमेंट, लाईफ आफ्टर रिटायर्ड्मेण्ट, लाईफ रीडिझायनिंग एण्ड प्लानिंग, मेग्नेटीक पर्सनेलिटी,युथ गाईडन्स.
इन विषयोपर वो अनेक जगहों पर व्याख्यान दे चुके है. एवम ब्लोग, इण्डीयन एक्स्प्रेस, दैनिक भास्कर मे वो लिख चुके है
भारतिय समाज विचारवंत होने के कारण उनका “गृहिणीयों के लिये करीयर गाईडंस” उन्हे अन्य विचारवंतोंसे अलग बना देता है. कई भारतीय लडकियां जो अत्यंत बुद्धीमान होती है, घर गृहस्थी के लिये अपने आप को समर्पित कर देती है. उम्र के चालीस साल के बाद जब बच्चे बडे हो जाते है, पति बिजनस या नौकरी मे स्थीर हो जाते है, खुद का मकान बन जाता है तब गृहिणीयोंको फिर से अपनी क्षमताओंको पहचानने का समय आ जाता है. उनके टेलेंट को पुनश्च पुनरिज्जिवीत करने का काम डॉ.जोशी करते है.
हजारो विद्यार्थियोंको उनके द्वारा करीयर गाईडंस प्राप्त हुआ है. जो अपने अपने करीयर मे बहोत ज्यादा खुश एवम कामयाब है.
डॉ.जोशी केवल आध्यात्मिक, मानसिक गुरू ही नही है, वो एक सफल “कोर्पोरेट मोटीवेशनल ट्रेनर” भी है. अंग्रेजी भाषा पर उनका इतना प्रभुत्व है, कि वो अनेक वी.आई.पी. को ‘स्पोकन इंग्लिश’ सिखाते है. उनकी गुजराती मे लिखी गयी, ‘स्पोकन इंग्लिश वाया गुजराती’ बेहद लोकप्रिय हुयी है.
कोर्पोरेट्स के लिये ‘प्रेजेंटेशन’ बनाना ‘ प्रेक्टिकल प्रोजेक्ट् रिपोर्ट’ बनाना यह वो सिखाते है. उनके द्वारा दी गयी ‘बिजनस कंसल्टन्सी’ ‘बिजनस आयडियाज’ ‘मार्केटिंग आयडियाज’ किसी भी व्यापार को दुगुना तेज बनाती है.
गूढ विद्याओंको सिखाने वाले डॉ.जोशी आश्चर्य जनक रूप से कम्प्युटर और Google की दुनिया के भी निष्णात जानकार है. वो Google certified Analytics Expert (with 93% passing..) है. HTML, Java, PHP, DOT NET. की जानकारी के साथ वो स्वयम सफल वेब डिजायनर एवम डेवलपर है. जो सिखाते भी है. वो वेब एप्लिकेशंस बनाते है जिसमे Dream viewer, Turbo c++, PHP, Java, Android software. इत्यादि का इस्तेमाल होता है.
वो ‘एथिकल हेकिंग’ सिखाते है, साथ साथ मे Photoshop and 3D’sMax भी सिखाते है. वो VFX pinnacle and SE software फिल्म एडिटर भी है.
Animation तैय्यार करने मे उपयुक्त After Effect, Sound editing (sound fordge) 3Ds Max, Adobe illustrator, coral draw, adobe in design, Flash , Matrix, Maya, marvelous, 3D Auto cad, 3Ds Sweet home. इन सोफ़्ट्वेअर्स के उपर उन्हे इतनी महारत हासिल है, कि विद्यार्थियोंको सिखाते भी है.
वो एक SEO (Search Engine Optimization) expert, SEM(search Engine Marketing) expert, Social Media Management expert है.
डॉ.जोशी “डिजिटल मार्केटिंग” विषय के महागुरू है. यानी Google, Youtube, Blogger, Wordpress के द्वारा पैसे कमाने के तरीकोंकी तंत्रविज्ञानिक जानकारी वो देते है. वो एक बेहद पोपुलर ब्लोगर है.
वो एक अच्छे फोटोग्राफर है, जिन्हे लाईट और मूड का गॉड गिफ़्ट ज्ञान है. फोटो का “डिजिटल मेकअप” एवम टच अप इतना बेहतरीन है, कि 62 साल कि वृद्धा को वो 16 साल कि खूबसूरत लडकी बनाते है. चेहरेपर दाग हो तो भी चेहरे को डिजिटल मेकअप से सुंदर बना देते है. यहा तक कि फोटो की स्माईल सुधारना, नाक या आंखे टेढी है तो उन्हे ठीक करना यह भी सुंदर तरीके से करते है.
उनके पास घरेलु इलेक्ट्रिक उपकरणोंको ठीक करने का अलगही हुनर है. रेडिओ, वॉशिंग मशीन, मिक्सर, मायक्रोवेव ओवन इत्यादी मे होनेवाले बिगाडोंको वो ठीक करते है. वो एक ट्रेण्ड वायरमन है. घरेलू वायरिंग से लेकर इण्डस्ट्रियल केबलिंग एवम ले आउट वो कल्पकता से करते है. उन्हे प्लम्बिंग का प्रेक्टिकल ज्ञान है. इण्टेरिअर डेकोरेशन की उनकी समझ और कलाकारी विषेश है.RTA furniture, modular furniture के उनके कुछ डिजाईन्स बेहद पोप्युलर रहे. फर्निचर कि डिजाईन्स और सटिकता के साथ प्रेक्टिकल एप्लिकेबलिटी लाजवाब होती है. वो एक बेहतरीन ड्राफ्ट्स्मन भी है. इतनाही नही लेथ मशीन के उपर ड्रोईग अनुसार पार्ट बनाना वेल्डिंग, ड्रिलिंग, फ़िटिंग यह काम अत्यंत एक्युरसीके साथ वो करते है. उनके बनाये हुये मेकेनिकल fixtures और devices अनेक इण्डस्ट्रीज मे लेबर अवर्स एवम एक्युरसी से काम कर रहे है.
उनकी चित्र कारिता: वो एक पोरट्रेट मॉडर्न आर्टिस्ट है. उनका माध्यम केवल कागज और केनवास तक सीमित नही है, गारमेण्ट्स, टी-शर्ट्स, स्टोन के उपर वो चित्रकारिता करते है.
वो एक लेखक है, कवी है. उर्दू शायरी का उन्हे गहरा ज्ञान है. क्लासिकल हिंदी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य (शेक्स्पियर से लेकर प्रेमचंद तक) का उनका अध्ययन बहोत गहरा है.
वो एक फेशन डिजायनर है. उनकी लेडिज गारमेण्ट फेशन सेंन्स अत्यंत आकर्षक है. वो एक कुक है, जो बेहतरीन और लजीज खाना बनाते है. बेकरी आईटमसे लेकर बिस्किट्स, मिठाई और अन्य व्यंजन बनाने मे उन्हे महारत हासिल है.
मेहंदी के आर्टिस्ट होने के साथ साथ वो हेअर स्टायलिस्ट भी है. वो क्लासिकल संगीत की जानकारी भी रखते है. किसी भी व्यक्ति को मात्र कुछ मिनिटो मे की-बोर्ड सिखाते है.
उनका भाषाका ज्ञान अजब है. फोनेटिक्स यानी उच्चारण शास्त्र उन्हे ज्ञात है. वो एक गॉड गिफ्टेड ट्रांसलेटर है. अंग्रेजी से हिंदी या हिंदी से अंग्रेजी को वो एक सेकंड मे बेहतरीन ढंग से ट्रांसलेट करते है.
उनके द्वारा सामाज कार्य: उनके प्रेसिडेंसी के अंतर्गत “नया सवेरा चेरिटेबल ट्रस्ट” रजिस्टर्ड है, जो अनेक प्रकार के समाज सेवा कार्य करता है. डॉ.जोशी ने कुछ मछुआरे भटके हुये नौजवानोंकी मदद से, तापी नदी किनारे कुबेरेश्वर और कालभैरव ऐसे दो मंदिरोंकी स्थापना की है. शराब और जुये मे फसे कई नौजवानोंके जीवनमे उन्होने अमुलाग्र बदल लाया है. जहाँ पर गौशाला, हीलिंग सेंटर, अनाथालय आकार ले रहे है.
विश्व भर के 36 देशोंका वो अब तक दौरा कर चुके है. जिनमे अनेक विद्वानोंसे उनकी चर्चाये होती थी जिससे उनके ग्यान का दायरा विशाल हो गया.
निम्नोल्लेखित संस्कृतियोंका उनका अध्ययन रहा है. माया, इजिप्शियन, आफ्रिकन, पर्शिय,, जपानी, चायनीज और साथ साथ मे इण्डियन. जो उन्हे बेहतरीन इंसान बना देता है.
इतने गुण होने के बावजूद भी वो अत्यंत विनम्र और अत्यंत मिलनसार एवम हायली पोलिश्ड मेनर्स के साथ उनका व्यक्तित्व गौरवांवित है. उनकी औरा बेहद प्रभावशाली और सकारात्मक है. उनको मानने वाले और जानने वाले लोग सम्पूर्ण विश्व मे फैले हुये है. आईये आपका भी स्वागत है.
पास्ट लाईफ भी उतना ही रोमांचक होता है, जितना की फ्युचर लाईफ. जरूर पढे. ( पात्रोंके नाम बदल दिये गये है.)
यहाँ दो पात्र उनकी असलियत छुपाने के लिये बदल दिये है, फिरभी जबरदस्त कहाँनियाँ है, जरूर पढे..
कई बार सामने का पात्र क्या सोच रहा है यह पता करना होता है.जिसके लिये होरोस्कोप की मदद ली जाती है. स्थल और काल एवम पात्रोंके नाम बदल दिये है.फिरभी पढने लायक है.
रिश्तोंकि उलझन में अक्सर हम इस जीवन मे फस जाते है. जान गले में अटक जाती है, कुछ अजीब बेचैनी महसूस होती है.. नाम जगह और संदर्भ बदले हुये है. जरूर पढे
फ्रेण्ड्शिप मे कई चीजे समझ मे नही आती कि पार्टनर ऐसा क्यूँ बर्ताव कर रहा है..लेकिन गुरुजी को "सब" कुछ दिखता है..(पात्रोंके नाम एवम स्थली बदल दिये है..)
कुछ आत्माये मनुष्य रूप धारण करती है, गलती से, जो इस भव संसार मे अटक जाती है. उहे अगर सही ज्ञान आ जाये तो बहोत बदलाव जीवन मे आते है..
वास्तुदोष और व्यापार कि सफलता इनका बहोत नजदिकी सम्बंध है. जिसने इसे जाना वो सफल बन गये, जिसने नही जाना वो गोल गोल चक्कर खाते रह गये..
माँ का दिल हमेशा अपने बेटि के प्रति चिंतित रहता है, खासकर जब उसकी शादी होनी होती है. होरोस्कोप से पता चलता है, और हम निश्चिंत हो जाते है भविष्य के बारे मे..
अनेक लोग इस भव मे उलझ जाते है. ता-उम्र जिंदगी से जूझते है, लेकिन फसते ही जाते है. उन्होने अगर एक बार ज्योतिष को पूछा होता था तो कहाँनी अलग होती..
कई बार मै कौन हूँ यह सवाल हमारे दिमाग को परेशान कर देता है. पास्ट और फ्युचर जानने के बाद पता चलता है, मै कौन हूँ (पात्रोंके नाम एवम पहचान बदल दी है. फिरभी जरूर पढे)
आपके ग्रहोंकी दशा एवम दिशा का अध्ययन करने के पश्चात प्रथम्त: मै आपका भविष्य बताना चाहुंगाँ. पनौती का दौर अब अगस्त के पहले वीक मे सम्पूर्ण्त: खतम हो जायेगा. आपने इतने साल से जो इच्छा मनमे रखी है वो साकार होने का काम होने जा रहा है. सितम्बर अक्तुबर के महिने मे आपको अचानक धनलाभ होगा. सेहत आपकी अच्छि रहेगी अगले साल के जून तक. सन 2019 मे किसी एक्सीडंट की सम्भवना है. 2019 मे होस्पिटल मे लगातार रहने के चांसेस है. सन 2025 मे आपका मेजर ऑपरेशन निकल सकता है. आपके लाईफ पार्ट्नर को 2018 मे हेल्थ की तकलिफ रहेगी जिसके कारण आप थोडा डिस्टर्ब रहोगी. आपकी मनस्थीती इस साल ज्यादा उथल पुथल वाली नही रहेगी.लेकिन अगले साल आपको मानसिक रूप से परेशानी का सामना करना पडे.
लेकिन आपका एन जी ओ जिसका पेड आपने लगाया है, और जी तोड मेहनत कर रही है , उसे राष्ट्रीय स्तर पे सम्मान मिलेगा. सेंट्रल एवम स्टेट गवर्न्मेंट की अनेक योजनाओंकी तहत और दानी लोगोंके डोनेशन के कारण इस साल कि दिवाली से ही बहोत ज्यादा फल प्राप्ति होगी. अपनी लडकियों के कारण आपको बहोत ज्यादा सुख भी मिलेगा और दुख भी सबसे ज्यादा उन्ही से मिलेगा.
आपकि उमर 92 साल की है. जिसमे अनुमान ये है,कि आपको एवरेज अच्छी सेहत मिलेगी. आज से दस गुना ज्यादा शोहरत और पैसा आपके 60 की उमर के बाद मिलेगा जिसे बाद मे 32 साल तक आप एंजोय करोगी. आपके द्वारा एक मदिर का निर्माण होगा. जिसके कारण मृत्यू के पश्चात भी आपका नाम दो सौ साल तक जिंदा रहेगा. आपके ग्रह आज से तीन साल के बाद बेहद प्रभावशाली होंगे. फिर जिस चीज को आप हाथ लगाओगी उसका सोना हो जायेगा. हजारो लोग आपसे प्रेरणा लेंगे और आपको माँ स्वरूप मानेगे. आपके उपर किताबे लिखी जायेगी. आपके द्वारा एक विशाल युनिवर्सिटी का निर्माण कार्य होने के 98% चांसेस है.
आपका पास्ट लाईफ कुछ इस प्रकार से था. आपने बहोत यंग स्टेज मे ही सन्यास धारण किया था. आपका जनम एक जमिदार के यहा हुआ था. आप बहोत ही खूबसूरत परी के जैसे थी. अत्यंत गोरा वर्ण, कमर से भी लम्बे बाल, हमेशा खिलखिलाकर हसनेवाली थी. पिछले जनम मे भी आप बहोत सुंदर थी. पिछले जनम मे भी आपको अच्छे अच्छे कपडे पहनना, अपने आप मे मस्त रहना बहोत ज्यादा पसंद था.
आपके गुरु अत्यंत तेजस्वी थे. 13 साल की उम्र मे ही आप गुरु के साथ जंगल मे गयी. फिर आपको पकडकर लाया गया.14 साल की उमर मे आपकी शादी की गयी जिसमे आपकी सास एक डायन थी. वो आपके उपर काला जादू करती थी. आपको तीन लडके हुये. लेकिन आपका पती हमेशा व्यापार के लिये आपसे दूर रहता था. इसी कारण घर के किसी एक सदस्य की आपके उपर बुरी नजर थी. इस मामले मे आपके माता पिता ने भी आपका साथ नही दिया. फिर एक दिन अचानक साधू के रूप मे आपके गुरु आपको वापस मिले और घर गृहस्थी को त्याग कर आप जंगल मे भगवान की प्राप्ती के लिये गयी. यहा पर पती के लौट आने के बाद उसकी माँ ने उसे भडका दिया. और आपको उसने समाज मे बदनाम किया. एक दिन जब आप ध्यान की गहरी अवस्था मे थी, उस पतीने चुपके से आकर आपकी गर्दन काट डाली. उस वक्त आपकी उमर कुछ ज्यादा नही थी, शायद 32, 33 साल. उस जनम मे आपसे धर्म के कुछ काम अधुरे रह गये है. इसीलिये आपकी आत्मा हमेशा इस जनम मे भी मेडिटेशन, गूढ बाते इसके उपर आकर्षित होते रहते है. पिछले जनम मे भी आप अत्यंत सेवा भावी थी.
आपको चाहे अच्छा लगे या बुरा, मैं ने जो फेक्ट है उनको पढा है.
आत्माओंका विषय अत्यत गूढ होता है. डॉ. जैसी आत्माये कभी कभी जनम लेती है. इस प्रकार की आत्माये थोडी हायर लेवल की रहती है. जो हर जनम मे गुरू का रोल निभाती है. गुरू दो प्रकार के होते है, यह संकल्पना जान लिजिये. एक वो जो शरीर मे है दूसरे वो जो अ-शरीरी है. मतलब, साईबाबा अ-शरीरी है, लेकिन क्या वो नही है? तो उनके भक्त कहेंगे कि हाँ वो तो अभी भी हमे दर्शन देते है, हमरा मार्ग दर्शन करते है. इसी प्रकार से इस बात को भी जानना जरूरी है, कि मौत हमेशा बुरी नही होती. कई बार घर संसार मे हम फस जाते है ते स्वयम गुरु हमे इस शरीर से मुक्ती दिलाने का काम करते है. ताकि हमरी आत्मा जो शरीर एवम सांसारिक चिजोंमे अटकी हुयी है वो मुक्त हो जाय,.
पिछले जनम मे डॉ. आपके अ-शरीरी गुरु थे. जो आपको सतत मार्ग्दर्शन करते थे. लेकिन उन्हे पिछला जनम लेना पडा क्योंकी आपको पिछले जनम मे मुक्ति मिलनी चाहिये थी वो ना लेते हुये आपने जनम लेने का सोच लिया था. अब उस वक्त आपके गुरु और आपका रिश्ता सीधा सीधा जुड जाता है मीरा और कृष्ण के जैसा. मिरा को विष प्राषन करना पडा कृष्ण के प्रेम मे. तो लोग पूछते है, वो तो भगवान को सच्ची मन से चाहती थी तो क्यो भगवान ने उसकी जान ली?.. रहस्य यही है, कि भगवान स्वयम उस्की मृत्यू चाहते थे, ताकि उसकी आत्मा हमेशा भगवान कि चरणो मे रहे. सामान्य लोग इसे नही समझ पायेंगे.
बस उसी प्रकार से डॉ आपके पती भी बने पिछले जनम मे और वो अ-शरीरी रुप मे आपके गुरू थे ही. लेकिन उनकी लीला देखिये कि उस जनम मे सांसारिक चीजोंसे मुकत कराने के लिये वो स्वयम आपके मृत्यु के भी कारण बने. उस जनम का गुढ रहस्य ये भी जानते है. इसीलिये आप इस जनम मे मिले. हल्का सा पति पत्नि वाली फिलिंग्स भी आ रही थी. लेकिन वो अभी भी कोंशस थे. इसीलिये सिर्फ गुरु बनके रहे. इसीलिये पिछले जनम का विश्लेशण को अगर आपने पढा तो गुरू के साथ के सम्भोग का भी विश्लेषण दिया है.लेकिन इस जनम मे प्रत्यक्ष सम्भोग शायद नही भी हुआ होगा. तो फिर भी इसका विष्लेषण इतनी सटिकता के साथ हमने क्यो दिया? क्योंकी पिछला जनम शरीर रूप मे पति पत्नि जैसा था, लेकिन आत्मा तो गुरू शिष्या रुप मे ही थी. इसीलिये आपको मीरा के जैसे मृत्यू का कारण भी वो ही बने. ताकी आप इन जन जनम के फेरोंसे जल्द मुक्त हो जाय.
इस जनम मे भी आपके आध्यात्मिक जीवन पर उन्होने गहरी छाप छोडी है. लेकिन दुरी बनाने के बावजूद भी वो अ-शरीर रुप मे आपके साथ ही है. हरी ॐ.
अब आपका बहोत कंफ्युजन दूर हुआ होगा...
...... बेन के ग्रह उतने अच्छे नही होने के बावजूद भि लडकी जिद्दी है. एक बार ठान लेति है तो बस करके ही छोडती है. जज का एक्जाम वो पास होगि. बहोत अच्छे मार्क्स आकर टोपर बनेगी ऐसा नही है, लेकिन वो जज बनेगी इतना निश्चित है. इस लडकी ने छोटी सी उमर मे बहोत दुख झेला है. यही इसकी तकद है, कि वो सोचती है, और बहोत ज्यादा सोचती है ये इसकी कमजोरी हो गयी. ग्रहोमे इसके राहू और केतू दोनो बलवान होने के कारण शादि के बारे मे वो सोचती है तो एक निश्चित डीसिजन पे नही पहूँच पाती. हर एक बंदे मे उसको फिर खामी नजर आती है.
हल्की सि मंगल कि साया है और शनी वक्री चल रहा है, इसीलिये शादी मे देरी हो गयी है. लेकिन इस साल इसके कुंडली मे शादी का योग है. इसे अॅ ड्वोकेट लडका ही मिलेगा. लेकिन इसका वैवाहीक जीवन बहोत ज्यादा रोमेंटिक नही रहेगा. इसे दूसरे पुरुषोंका मन ही मन मे आकर्षण रहेगा. लेकिन अपनी मर्यादा को ये जानती है. इसका स्वभाव शुरु मे किसी के उपर भरोसा ना करनेका है. लेकिन जिसके उपर भरोसा करती है, तो अंधा भरोसा करती है. इसीलिये कई बार ये असम्जस मे पड जाती है, के ये रिलेशन आगे बढाये के नही. लडकी का योग इस साल नही आया तो बडी गडबड हो जायेगी. फिर आनेवाले 3 साल तक योग नहीं बनेगा. इसे पहला ही लडका होगा. दुसरा बच्चा ये नही रखेगी. अपने मम्मी पापा की तरफ शादी के बाद भी इसका लगाव ज्यादा रहेगा. इससे गृहस्थी मे भी खिचाव पैदा होगा. लेकिन एवरेज लाईफ को देख लिया जाय तो सब कुछ सेटल्ड और अच्छा ही होगा. इसकी पास्ट लाईफ थोडी विचित्र होने के कारण उन कर्मोकी साया इस जनम मे भी आयी है.
...... के ग्रहोंसे पता लग रहा है, कि एक मॅरीड पर्सन के रिलेशन मे वो है. जिसे दो बच्चे है, वो बंदा इसको प्यार करता है लेकिन अपनी फॅमिली को भी छोडना नही चाहता. ...... ना इधर की रही है ना उधर की. (अगर ये आपको मालूम है तो ठीक है, नही मालूम है तो चुपकेसे पूछ लिजिये)
चलिये आपके पास्ट लाईफ के बारे मे और डीटेल जानकारी लेते है ये आपका चौथा जनम है. इससे पहले जनम की जानकारी हम ले चुके है. प्रथमत: ध्यान मे लिजीए कि हर एक जनम की सभी चीजे कॅरी फॉरवर्ड नही होती, हर एक जनम का थोडा थोडा संचित हमे भुगतने के लिये आता है. कई बार ये कॅरेक्टर्स एक दूसरे के साथ कॉम्प्लेक्स 'गुत्थम गुत्थी' हो जाते है. पिछले जनम मे मैंने एक हिंट दी थी कि आप अपने गुरु के साथ निकल गयी *आपके गुरु अत्यंत तेजस्वी थे. 13 साल की उम्र मे ही आप गुरु के साथ जंगल मे गयी. फिर आपको पकडकर लाया गया* वो कोई और नही आपके वही गुरू जिनके साथ सम्बंध तैय्यार हुआ था. लेकिन इस प्रकार के सम्बंध अत्यंत पवित्र और आत्मिक लेवल के होते है. इनमें वासनाओंकी भूख नही रहती. जैसे कि शिव की साधना शक्ति के मिलन बगैर अधुरा है, उसी प्रकार से कुछ आत्माओंका उद्धार अधुरा रह जाता है इसीलिये उसे पुर्णत्व देने के लिये स्वयम परमात्मा ऐसी योजना करते है जिनमे इन आत्माओंका मिलन हो जाता है. यह नियम परमात्मा का है. लेकिन धरती पर विवाह नाम का नियम लोगोने बनाया है. जिसमे आत्माओंके मिलन कि बात नही समझी जाती. जो नियम सिर्फ शरीर ओरीएंटेड ही रहता है. गुरू के साथ कुंडलिनी शक्ती जागरण के प्रयोग को मानव समाज "सम्भोग" क्रिया समझता है. कुंडलिनी शक्ती जागरण मे प्रथमत: *पिपिलिका* गती प्राप्त होती है, मतलब हल्का सा करंट शरीर मे आता है, फिर *भुजंग* गती आती है, मतलब इडा पिंगला सुषुम्ना नाडीयाँ एक दूसरे के साथ गूंथने का काम शुरु होता है, बिलकुल सापोंके मेल जैसा. फिर *मंडुक* गती प्राप्त होती है, मतलब मेंढक जैसे फुदक फुदक के चलता है, वैसे तिव्र गति, जो अॅिक्चुअल 'इंटर्कोस' कि स्थिती होती है. उसके पश्चात, *विहंग* गती प्राप्त होती है, मतलब, उंचे आसमान मे हवा मे तैरनेवाला गरूड के जैसा पंछी. जो बिलकुल आराम से बादलोंके परे उडता है.. एकदम शांत.
इन शक्तियोंके प्रयोगोंको सामान्य बुद्धी के लोग वासना समझते है. पूर्णत्व और वासना दोनो मे फर्क है. पूर्णत्व मे 'अपराध की' भावना नही होती है, जहाँ पर वासना मे, 'अपराध की' भावना होती है. तो गुरू के साथ का पूर्णत्व हमे समृध्द बना देता है. उनकी यादे हमे अपरिमित सुख देती है. लेकिन उसी साथ हम एक मानव समाज का भी हिस्सा है, तो मानव समाज के भी नियम हमे मानने ही पडते है.
दूसरा सवाल, इन बच्चोंका आपके साथ का रिलेशन, इससे पहले के पहले जीवन मे आप एक काबिले की सरदारनी थी. बहोत ही जिद्दी और जल्लाद किस्म की. वो इलाका बंगाल प्रांत मे था. आपका रुप मानो जैसी दूसरी काली माँ. शीशम के जैसा ब्लेकी रंग, खुले बाल, आपके बंदी खाने मे अनेक मर्दोंको आपने गुलाम बनाकर रखा था. किसी किसी से आप सम्भोग भी रचाती थी. आपकी एनर्जी कमाल की थी. एक जबर्दस्त योद्धा के जैसे. उस वक्त आपकी माँ बहोत ग्यानी औरत थी. लेकिन उनकी एक विचित्र घटना मे अपमृत्यु हुयी थी.
जब वो जंगल मे गयी थी तो अमुक हिस्से मे बहोत सारे खरगोश 'रेबिट' की बस्ती थी, उन्होने बहित बिल (होल्स) बनाये थे जिसके कारण आपके माँ का पैर गढ्ढे मे फसा और किसी की मदद ना मिलने से भूख प्यास से उसकि मौत हुयी. तीन दिन के बाद आपको पता चला कि रेबिट्स की बस्ती मे माँ कि जान गयी इसीलिये सभी बस्ती को आपने आग लगा दी, चुन चुन के सभी रेबिट्स को मारा. जिसमे उन बेचारे रेबिट्स का कोई दोश नही था. अब इस जनम मे वो सभी 'रेबिट्स' आपसे सेवा कराने के लिये मंद बुद्धी बालक बनकर आपके जीवन मे आये है. ये सभी गलित गात्र रेबिट्स है. और कोई नही. आपसे सेवा लेने के बाद वापस एक झुंड आता है, वापस एक झुंड आता है... यही सेवा आपको बुरे कर्मोंसे मुक्त करायेगी. आपकी _दूसरी बेटी_ वो माँ है. इसीलिये वो सबपे रौब झाडनेवाली गुगुरवाली थोडी सनकी लेकिन सबको प्यार देने वाली ऐसी, इस जनम मे हुयी.
आपके इस जनम के पती हर जनम मे आपकी चाहत रखने वाला एक बेचारा बंदा था. जिसने कभी अपने प्यार का इजहार नही किया था. उसकी पर्सॅनॅलिटी डरा हुआ इन्सान के जैसी है. माँ से डरे, भाई से, बाप से डरे, और कई बार तो आपसे भी डरे. क्योंकी आप हमेशा फ्रंट से लाईफ को लीड करती थी इसीलिये आपको इस बंदे से जो अपेक्षाये थी वो कही पर कम होने लगी. यह बंदा हर जनम मे आपको पाने की चाहत रखता था, तो इस जनम मे आपके जैसे खूबसूरत परी उसको मिल गयी. लेकिन वो कोई प्यार नही था बस एक रिलेशन को जनरेट करनेवाली भावनाए थी, जो विवाह वेदि तक अक्सर लेके जाती है. आप एक यंत्र की भाँति उस रिलेशन मे आयी, और एक यंत्र जैसे आपकी शादी हुयी. आप कुछ समझ ही नहीं पा रही थी.. रिलेशन 'वो' गहराई नही थी.. पति आपकी शक्ती को अपने परिवार के साथ मिलाकर कैद करना चाहता था लेकिन आपकी आत्मा तो एक आजाद सरदारनी की है, तो उस सरदारनी ने माँ काली का रूप धारण किया और गुलाम बनने से इंकार किया. लेकिन बादमे उससे तरस खाकर जैसे तैस पल्लु को लटकने की आपने उसे इजाजत भी दी.
_इस जनम की बडी लडकी_, उस सरदारनी की सहेली थी जो उस जनम मे आपको आपके प्रेमी तक लेके जाती थी. वो प्रेमी कोई और नही था पिछले जनम मे जो गुरु बनके आया और इस जनम मे जिससे रिश्ते बने वो हि आत्मा है. आपकी सहेली इतनी प्यारी थी कि जब उस जनम मे उसकी पहाडी से गिरने से उसकी मृत्यु हुई तो उससे आपने एक वादा लिया, कि किसी जनम मे तू मेरि कोख से जनम लेगी. वो बेचारी आत्मा इतनी अच्छी थी कि उसने इस जनम मे आपका साथ निभाया. जब पूरी दुनिया आपके खिलाफ जाती है तो यही लडकी आपको सहेली बनकर सम्भालती है. इसीलिये उंचाई से आपको भय लगता है. क्योंकी आपने आपके सहेली की मृत्यु उंचाई से गिरकर हुयी ये देखा. इससे विपरित दूसरी बेटी माँ बनकर आपको डाँटती भी है. कई बार आपको उससे एक अंजाना सा डर भी लगता है.
सरदारनी के जनम मे आपकी मृत्यु नदी पार करते वक्त नाव डूबने से हुयी. उस नाव को डुबाने वाला इस जनम मे ससुर बनके आया है. और वो सपरिवार सास, देवर इत्यादि बनकर आये है. इस जनम मे आपकी नाव डुबाने पर तुले हुये है.
विदेश जाने का योग आपकी बच्चियोंके कारण ही आयेगा. जिसका योग ग्रहोंके अनुसार अगली दिवाली तक खुलेगा. तो पासपोर्ट नहीं निकाला है तो निकलवाईये. अगर है, तो यु. एस. जाने कि तय्यारी किजिये.
पोलिटिकल बेक्ग्राउंड आपके लिये रेडी है, लेकिन आपको किसी को सीढी बनाना होगा. डायरेक्ट आप पोलिटिक्स मे इलेक्शन के लिये खडी मत हो जाना. कोई ना कोई लिंक आपको उपरवाला भेज ही देगा. आपको सिर्फ लोगोंको मेंनेज करना है. ये लोंग टर्म का प्लानिंग होगा.
_मणिपूर चक्र_ का सम्बंध हर जनम के साथ है. आपके शरीर को स्लिम और बेल्न्स रखने के लिये उपरवाले ने एक कुदरती तरीका आपके लिये ढूंढा है. जरासा डायट गडबड होते ही मणिपूर डिस्टर्ब होता है. तो चिंता ना करे, इन टेक डायट पे ध्यान दे. समय से भोजन करे, आयुर्वेद, कुदरती फलाहार पे ध्यान दे. तामसी पदार्थ जैसे मछली, ज्यादा तीखा, ज्यादा तला इसे वर्ज्य करे. आपके शरीर मे कोई दोष नही है. तो शरीर मे केमिकल की दवा ना ठूसे. नही तो दवा से ही अॅससीडिटी हो जायेगी.
इस लडके के लग्न स्थल मे ही केतु है. इसीका मतलब यह इतना कमजोर है, कि आपकी बेटी का बेहद नुकसान करेगा. उसने अपने हाथ मे दो लड्डू रखे है. एक, माता पिता को खुश करके अपने समाज मे वाह वही बटोर रहा है, और दूसरी जगह पर आपकी बेटी को पागल बनाकर उसे भी प्यार का गाजर दिखाकर 'यूज' कर रहा है. ऐसा अक्सर होता है जहाँ पर हम बच्चोंके साथ सख्ती से पेश नहीं आते.
इनकी दोस्ती से ...' के कुछ फरक नही पडता, लेकिन आपकी .... कि बदनामी आपके समाज मे हो रही है. इसीके कारण कोई नया अच्छा लडका सामने से नही आ रहा है. अब यह लडका शनि बनके (दसवे स्थान पर है) आपके लडकी के जीवन को नष्ट करेगा. क्योंकि जो भी .... का पती बनेगा उसके साथ '....' इसे जीने नही देगा. उसके खयालो मे, उसके आजू बाजू ये छाया रहेगा.
'....' को अपना होश ही नही है कि वो .... के लाईफ को किस कदर खतम कर रहा है. या तो वो इतना ज्यादा शातिर है कि उसे मालूम है कि वो .... के लाईफ के साथ क्या खेल कर रहा है.
.... को आज प्यार कि प्यास लगी है, उसे ये लडका भी नही पूरा कर पायेगा. क्योंकि यह अंदर से खोखला है. इसके ग्रह बता रहे है, नौवे स्थान पर हर्शल, नेपचुन, और राहू खडे है. तो एक शानदार मर्द कि पारी वो नही खेल पाता. इसीलिये उसके असली वाईफ ने इतनी जल्दी उससे रिश्ता तोड दिया. (. ..... का विर्य स्खलन जल्दि ही हो जाता है.एक मिनट मे कुछ समझ आये उससे पहले ये खतम..) इस कमी को पूर्ण करने के लिये फिर वो अपने आप को इस कदर गिरा देता है कि जैसे .... कहेगी वैसा जो चाहे वो करने के लिये तैय्यार हो जाता है. (और भी ज्यादा डिटेल मुझे दिखाई दे रही है, लेकिन इस वक्त बताउंगा तो लोग नाराज हो जाते है, कि कैसे अंगत -अशिष्ट बात बता रहे है..)
लेकिन इस तृष्णा को पूरा करने मे .... अपने सम्पूर्ण जीवन को दाँव पे लगा रही है. कई बार ऐसा होता है, कि बच्चे सोचते है कि मै इसमे से निकल जाउँगी लेकिन इस ट्रेप मे अक्सर फस जाते है. क्योंकि सूर्य और गुरु दोनो बता रहे है, कि यह कभी "खुद" डीवोर्स नहीं लेगा. और मम्मी पपा का नाम बताता रहेगा.
शनि दसवा चंद्र ग्यारह्वा स्थान इसे और भी कमजोर बना देगा. इन्हे 'पेरासाईट' कहते है, मतलब ये हमेशा दूसरोंके उपर हमेशा डिपेंडंट रहते है. पैसे के लिये पेरेण्ट्स और उसके बाद पत्नि के उपर डीपेण्डण्ट रहते है. इसी के लिये इसके बाप ने अमीर लडकी से इसकी शादि की. वो लडकी अगले साल 2018 मे इसके जीवन मे वापस आयेगी.
अभी उसने ठुकराया है, लेकिन जल्द ही उसके गुरु उसे ये भेद बतायेंगे, कि रिश्ता रख और अंदर से दूसरा तीसरा पति रख, '.....' कुछ नही बोलेगा, उल्टा और आजादि देगा. और फिर उस वक्त .... का पत्ता उसके लाईफ से कट जायेगा. और वो अकेली पडेगी.
नसीब अकेले काम नही करता, ग्रह तारे अकेले काम नही करते. उनके साथ हमे कर्मोंको जोडना पडता है. अगर हमारे कर्म सही नही हुये तो पैरोंके तले जमीन पर पडा हुआ सोना भी उठाने मे लोगोंको आलस आता है. और जिंदगी भर वो सिर्फ चमत्कार कि अपेक्षा करते रहते है. यह '.....' और ..... दोनोंके लिये लागु होता है हरी ॐ
शायद आपके सास ससूर ने पंडित को पैसे खिलाकर दोनो की कुंडली मेच की है. तांत्रिक दृष्टीकोण से कुंडली मेच होती है लेकिन यही इसके अंदर का आभास है. आप एक होनहार सुंदर और डायनेमिक पर्सन है. जहा पर आपके पति अनेक लिमिटेशंस के साथ पैदा हुये है. आप आसमान को छुनेवाली जबर्दस्त ताकद वाली लडकी है. और वो आसमान के बारे मे सोच भी ना सकनेवाला इंसान. आपके सास ससूर ने शायद यही सोचा कि इस लडकी के कारण 'हमारे' भाग खुल जायेंगे.
यूँ कहिये के एक राज कुमारी को किसी ग्वाले के घर ब्याह दिया हो. खैर, आपको तो अॅलवार्ड मिलना चाहिये कि इतने साल तक आपने इस बंधन को तोडा नहीं. कई बार आपके मन मे इसे छोडने के विचार आये भी लेकिन बच्चोंके कारण आप चुप रही. कभी किसी बंधनोमे ना रहने वाली आपकि राशी, और उनकि राशी दमखम ना होते हुये भी हुक्म जतानेवाली है.
दोनोंके ग्रह शादी के बारह साल मे बदल जायेंगे ये शायद वो पंडित भी जानते थे. धीरे धीरे आप दोनो मे दरारे बढती गयी. मुष्किले बढती गयी. आपके नसीब मे राज योग है. आपकी वृत्ती राजसी,विलासी और भरपूर आनंद ऊठानेवाली है. जहाँ पर आपके पती के ग्रहमान अति चिंता कष्ट और अनचाहे दुख दर्द के साथ है. आपके उपर साक्षात लक्ष्मी कृपा बरसाने के लिये खडी है. लेकिन पती के कुंडली मे आंशिक दरिद्र योग होने के कारण हमेशा लक्ष्मी (पैसे कि) कमी रहती है. एक विचित्र तनाव पूर्ण स्थिती हमेशा बनी रहेगी.
आपका गुरु बहोत ताकत्वर है.इसीलिये आप अपने बिजनस मे बहोत आगे बढोगे. लेकिन साथ मे राहू भी आंशिक रूप से सता रहा है इसलिये एक बेचैनी रहेगी. इसीलिये आपको कुछ विधी- उपाय करने पडेंगे. दोनो राक्षस गण होने के कारण हमेशा झगडने के मूड मे रहोगे. आप दोनोने अब तक बहोत लोगोंकी मदद की है. लेकिन जब आपका वक्त आ जाता है, तब आपको किसी का भी सपोर्ट नही रहता.
आपके ग्रह दिखा रहे है कि आप पिछले जनम मे अप्सरा (गणिका) योनी की थी इसीलिये आपमे सदैव प्यार की प्यास रहेगी. अनेक लोग जीवन मे आने के बावजूद भी एक अधुरापन रहता है. मजेदार बात यह है, जब आपकी उम्र कम थी तब थोडे बडे उमर वाले लोगोंसे आपको प्यार मिला, और अब आपसे उमर में छोटे लोगोंसे प्यार मिल रहा है. कोई भी बंदा आपको प्यार कम नही करता.लेकिन उनकी लिमिटेशन एक इंसान होने के नाते जल्द ही आ जाती है.लेकिन आपका अधूरापन ब्रम्हांडिय स्वरूप का है. पिछ्ले जन्म की दैवी साया इस जनम मे इंसानी प्यार से भी आगे निकलना चाहती है. वो प्यार एक आसमानी उर्जा की चाहत है. अगर थोडा इसे और एक्स्प्लेन करे तो अप्सरा का समाधान एक यक्ष ही कर सकता है. इसीलिये एक अधुरापन आपको हमेशा सताता रहता है. एक ऐसी बेचैनी आपको महसूस होती है, जिसे आप किसी को ठीक तरीकेसे बता ही नही पाओगी.
आपका हजबंड आपको कभी भी समझही नही पायेगा. क्योंकी आपका पूर्व जनम एक अलग प्रकार कि स्मृति छोड गया है.लेकिन तस्वीर का दूसरा रुख देखिये आपके ग्रह इतने तेजस्वी है की आप की उम्र बहोत लम्बी है. आराम से आप 95 साल तक जाओगी. सिर्फ उम्र लम्बी है ऐसी बात नही, आप लम्बे समय तक यंग रहोगी. आपको मिलने वाली औरते और मर्द भी आपको कोम्प्लिमेंट देते होंगे.. कि जो उमर आप बता रही हो उतनी लगती नही हो. आप एक बहोत कुशल व्यवस्थापक हो. आप एक भरोसे लायक फ्रेंड हो. लेकिन आपको अभी तक भरोसे लायक कोई रिलेशन नही मिली.
मुझे समझ नही आता कि शादी के वक्त दूसरे अच्छे अच्छे रिश्ते होने के बावजूद भी इस रिश्ते को आपने हा कैसे की?
आपके पती कि उन्नती आपहि के कारण हुयी है. उनका भाग्योदय 2019 मे अगस्त मे (गणपती) मे है. बिजनस चलेगा लेकिन आपको भी उनकी हेल्प करनी पडेगी. आपके पती 65 तक ही जा पायेंगे.क्योंकि उनके ग्रह 61 कि एज मे उनको बिस्तर पर लिटायेंगे. चार साल तक सेवा लेंगे. उनको पेरेलिसीस के चांसेस है. राईट साईड का उनका घुटना बहोत सतायेगा. पीठ मे हमेशा दर्द रहेगा.
उनका चिडचिडापन किसी और के लिये नहीं, अपने आप के लिय उनका फ्रस्टेशन है.उनका गुस्सा अपने आप के उपर है.उन्हे मन की शांती के कुछ उपाय करने पडेंगे.उनकी नजर से देख लिया जाय तो उनको इतनी जल्द शादी नही करनी थी. उनके पिता और माता बहोत ज्यादा उनके लाईफ मे दखल अंदाजी करते है.
आपके इन-लॉज इस दुनिया के सबसे खतरनाक लोग है.ये आपके शनी की दशा देखकर पता चल रहा है. सभी समाज के लिये अच्छे लेकिन अपनी बहु के साथ बुरे से बुरा सुलूक करते है.ये लोग कभी भी नही सुधरेंगे. आपके बच्चे आपको सपोर्ट तो करेंगे लेकिन उनसे भी ज्यादा अपेक्षा नही रखना. क्योंकी दशम स्थान के ग्रह कमजोर है.
लेकिन कुछ बहोत अच्छे फ्रेण्ड भी आपको मिले. जिनके साथ आपके "सभी"प्रकार के सम्बंध थे. क्योंकी आपका शुक्र तेजोमय है जो मंगल से साथ बेठा है. आपने हर एक फ्रेण्डशिप को एंजोय भी किया नही ऐसी बात नही.
विशेष रूप से अब जिस रिलेशनशिप मे हो उसे तुम बहोत ज्यादा एंजोय कर रही हो. लेकिन फिरसे दिमाग मे एलर्ट रखना, तुम्हारी रिलेशनशिप किसी के भी साथ लम्बे समय के लिये नही चलती. इसीलिये हर एक पल को एंजोय करना. ये रिलेशन और आठ साल तक चलेगा.
क्योंकी वापस तुम्हारे यु.एस. जाने के लिये स्टार्स संकेत दे रहे है. बराब्बर दो साल मे तुम यु.एस. सेटल हो जाओगी. जाने के बाद सिर्फ दो बार इंडिया आओगी. फिर अंत तक वही पे रहोगी. वहाँ भी तुम फूड इण्ड्स्ट्री से जुडी रहोगी.
कुल मिलाकर तुम अपने लाईफ को भर भर के जिओगी. मस्ती मे. अपने रूल्स के साथ. या बिना किसी रूल्स के. पैसे कमाते बहोत लोग है, लेकिन तुम्हारे पास जीवन जीने की, पैसे को खर्च करने की भी एक कला है. अगर सही साथी तुमने चुना हुआ होता था तो तुम आज यू. एस.कि गिनी चुनी अमीर इण्डस्ट्रियालिस्ट महिलाओंमे से एक होती. हरी ॐ
(हजबंड की कुंडली का बीच बीच मे विश्लेशण डाला है, अलग से नही है.)
पास्ट्लाईफ
आप पिछले जनम मे इंसान नही थी. आप पिछले जनम मे एक आजाद आत्मा थी. अति सुंदर और मनमोहक जिन्हे अप्सराओंके नाम से जाना जाता है. जो सिर्फ स्वर्ग जैसे सुखोंकी कामना करते है,जो बिंदास और आजाद रहती है.आप किसी के बंधन मे नही थी. ना शादी का बंधन ना किसी रिश्ते नातोंका बंधन.आपकी आत्मा का एक ही मकसद था, सिर्फ प्रेम देना और प्रेम लेना. किसी प्रकार के धन का संचय ना करना. अपितु धन का उपभोग लेना. आप अनेक लोकोन्मे संचार करके भूलोक मे आयी हो. ये आपका पहला इंसानी जनम है. आपके लाईफ मे अनेक स्वर्गीय मेल थे.
उस जनम मे आपको किसी एक के साथ ज्यादा प्रेम करने कि इजाजत नही थी, फिरभी एक आत्मा से आपने ज्याद अप्रेम किया इसीलिये उसे और आपको इंसान के जैसा जनम लेने के लिये पृथ्वी पर भेजा गया. अभी जिसके साथ आपकी फ्रेण्ड्शिप है, वो बंदा भी शापित है. इसिलिये आपका यह जनम भी इस शापित रिलेशन को आगे बढा रहा है.
इसमे आपको आनंद भी आता है और दुख भी होता है. एक अधुरापन. पिछले जनम के बिछडे हुयी आत्माओंको भी हमने मिलते हुये देखा है, लेकिन आपका केस थोडा अलग है. ये चौबिस घण्टा आपके दिमाग मे घुमता रहता है. आपको इसके सांनिध्य मे बहोत अच्छा लगता है. अगर आपको अध्यात्मिक लेवल की सिध्धी पाकर फिरसे मुक्त होना है तो... दोनोंको ट्विन हार्ट मेडिटेशन करना पडेगा. लेकिन शायद वो इन बातोन्मे विश्वास ना करता हो. आपका पिछला जन्म अलग योनी मे था. तह जन्म मनुष्य योनी का है. इसीलिये शायद हि कोई आपको समझ पायेगा.
आपके ग्रहोंकि दशा मैंने देखी. कुछ अंदरुनी बाते आपको बताउंगा. जो आपके अलावा किसी को मालूम नही है. पहला, आपका लिंग नोर्मल एवरेज बंदोंसे भी ज्यादा लम्बा है. और मोटा भी. जब लडकिया इसे देखती है तो चौक जाति है. आपके लिंग पर एक 'तिल' (बर्थ मार्क) है. जिसके कारण आपके अंदर नोर्मल बंदोंसे ज्यादा सेक्स पावर है. जिसके चलते आपकी वाईफ भी परेशान हो जाती है. ऐसी सिच्युएशन मे अगर आपने दूसरा पार्ट्नर नही ढूंढा तो ही विषेश होता. आप लायन के जैसे है. जिसके साथ हमेशा पांच छ: लायनेस रहती है. ये लडकी तो है ही लेकिन इसके अलावा और पांच लडकिया आपके जीवन मे है.
आपके उपर लडकिया आकर्शित होती है. क्योंकि एक कुदरतन शक्ति आपके अंदर है.
*ये लडकी '...' तो आपके साथ हमेशा रहेगी. ये आपको छोडके कभी भी नही जायेगी. आपने छोडा तो भी नही जायेगी*. आप चिंता नही करे. हो सकता है, कि कुछ साल के बाद आप ही मुझे कहोगे, गुरुजी इससे मै पिच्छा छुडाना चाहता हूँ. तो यह निश्चित रहा कि यह आपके साथ हमेशा जुडी रहेगी.
लेकिन आपके जीवन मे बहोत सुंदर 'अप्सरा' योग बनता है. क्योंकि 12 वी राशी लग्न मे, 11 वा स्थान रिक्त और दशम स्थान मे शुक्र एवम मंगल साथ मे है, और 3,4,5,6 स्थान रिक्त है तो उन अप्सराओंको भी एंजोय करे.
आपका पास्ट लाईफ देखने के लिये बहोत वक्त मै देख ही रहा था देख ही रहा था. मैंने भी सच बोलुँ तो बहोत लुत्फ उठाया. ऐसे मौके बहोत कम बार आते है. आपका पास्ट लाईफ बहोत कम लोगों के समझ मे आयेगा.
आप पास्ट लाईफ मे एक अति ग्यानि जैन साध्वी थी. जिन्हे "शुक्ल लेश्या"जीव कहते है. ये जीव धर्मध्यान और शुक्लध्यानी प्रशांत चित्त, वितराग सयमी, समभावी, शिरिष पुष्प से भी कोमल मोक्षगामी होते है. आपका पिछला जन्म मण्यंग कल्प वृक्ष के नीचे हुआ था.जिसका स्वभाव गुणधर्म इस जनम मे भी आपको मिले है. मतलब जिन्हे आभूषणोंसे बहोत लगाव होता है. लेकिन साथ ही साथ मे उसके उपर लालच नही होता.
पिछले जन्म की आपकी माता उसके अपने पिछले जन्म के श्राप के कारण किसी घर मे वो नही रह सकती थी इसीलिये एक घनदाट अरण्य मे वो रहती थी. उस जंगल मे वो शिव की उपासना करती थी, जिसके कारण आपकी आत्मा उसके गर्भ मे आयी. यह आत्मा हजारो धनुष उपर मेरु पर्वत के पास संचार करती थी.
आप महादेव जी की पत्नी भवानी की सेवा मे यक्षोंके जैसे लेकिन आत्मा स्वरूप ही थी. भवानी माता की अवयवोंको सुगंधित करनेवाली बुटी को तैय्यार करने का काम आपका था (आप यक्ष नही थी) लेकिन अपने आप मे मस्त थी.
एक आदेश दिया गया और पिछले जनम मे आप इस पृथ्वी पर पहली बार आयी. जो आपको पसंद नही था. इसलिये एक अजीब प्रकार की घुटन आपको होती थी. जो घुटन आपको इस जनम मे भी महसूस होती है. जिसे आप अब तक समझ नही पाई थी. अचानक आपका मन उदास होता है और एक अलग प्रकार का खिंचाव महसूस होता है. और यह घर यह संसार अचानक कुछ सेकंद के लिये पराया लगने लगता है. कई बार तो यह शरीर भी आपको भारी लगने लगता है. लेकिन तुरंत सम्भल भी जाती हो. पिछले जनम मे आपको एक ही काम सौपा गया था कि आपके उस जनम कि मा का उद्धार करे. इसलिये आप वन मे एक सुपार्ष्व जैसे पर्वत के पास जाती थी और वहा ध्यान करती थी. क्योंकि आपको उस जनम मे भी माता के साथ साथ मोक्ष चाहिये था.
एक दिन जब आप गहरी ध्यान कि अवस्था मे थी, अचानक बादल घिर के आये और तुफान बारिश शुरु हुयी कुछ समझ मे आये इसे पहले आपके उपर बादल फट गया और पानी मे आप डूब गयी. इसलिये आपको इस जनम मे हमेशा ज्यादा पानी देखते है तो अंजाना सा डर लगता है. तेज गती से आप पानी मे बही वि स्मृतिया अभी भी ताजी है, इसलिये गाडी ने बारिश के मौसम मे तेज स्पीड पकडा तो आपको अजीब घबराहट होने लगती है. या एसी की हवा बहोत ठंडी हो जाती है तो आपको घबराहट महसूस होती है.
इसी कारण आप कई बार बेहोश हो जाती थी, सामान्य लोग जिसे फिट्स कहते है. फिट्स एक शून्य मे जाने कि प्राकृतिक कुदरती प्रक्रिया है, जिसे गूढ ग्यान रखने वाले लोग ही समझ सकते है. उस वक्त स्वयम भगवान आपकी आत्मा को शरीर से निकालते है, आपसे बाते करते है और कुछ समय बाद आत्मा को वापस रख देते है. ऐसे मे आपको पूछ लिया जाय तो आप कहेगी मुझे कुछ भी याद नही.
..फिर आप बहती बहती एक किनारे पर लगी. वहा का राजा आपपर मोहित हो गया. क्योंकि आप बहोत बहोत ज्यादा खूबसूरत थी साथ साथ आपका सात्विक तेज अति प्रभावशाली था. उसने आपको उसकी रानी बनाया. आप जब होश मे आयी तो हर प्रकार का सुख आपके सामने था. क्योंकी मण्यंग कल्प वृक्ष आपके उपर मेहेरबान था. लेकिन आपका मन किसी मे भी नही लगता था. आपका मन मोक्ष कि तरफ था. उस महल मे एक सहेली आपको मिली जो एकही सिर्फ आपको अच्छी तरह से जानती थी. वो महल कि सहेली इस जनम मे आपकी बेटी बनके आयी है.
एक साध्वी होने के बावजूद आपको पानी मे बहने के बाद कुछ याद नही रहा. और आपने महल मे घर गृहस्थी बनायी. यह अनजाने मे पाप हुआ. इसलिये आपको वापस इस जनम मे मनुष्य रूप लेना पडा. और उस पीडा को सहने के लिये सहेली को बेटी के रूप मे भेजा. ये सहेली कभी कभी इतना जिद पकडती है, या ऐसा रूप धारण करती है, कि आपको ही शंका होती है, कि यही आपकी बेटी है?
पिछले जनम कि माँ आपसे जब भी बात करना चाहती थी तो आप बेहोशी की हालत मे पहूँच जाति थी. जो फिरसे एक बार फिट्स आने का कारण होता था. वो जब आपके पास आती थी तो आपको वायब्रेशंस आते थे. आप के जीभ पर साक्षात सरस्वती थी. लेकिन अनजाने मे उस आत्मा को भगाने का काम हुआ. तो आत्मा चली गयी साथ साथ मे आपका वायब्रेशंस और मौलिक अनुभूतिया भी चली गयी. उसकी आत्मा को आप वापस नही बुला सकती. हाँ अलबत्त आप अलग प्रकार के मेडिटेशन से इन वायब्रेशंस को वापस हासिल कर सकती है.
अतित अनंत काल मे अनंत बार चरित्र लिया, किंतु वह मानव भव के सुख, सम्मान की या देव भव के सुखोंकी लालच से लिया. विषय वैराग्य के साथ चरित्र ले एवं पाले तब अल्प भव मे मोक्ष हो सकता है. कषाय क्रोधादि चार कषाय, दिल मे लाने से भी जो कर्म बंध होता है इसमे आप फसी रही.
लेकिन धीरे धीरे आपको मन:पर्यवज्ञान होने के चांसेस बढ रहे है.
ध्यान तप से ही आपका उद्धार होगा. क्योंकि अशुभ ध्यान यह तप नही क्योंकि यह कर्म नाशक नही किंतु कर्म सर्जक है. कर्म का आश्रव है. शुभ ध्यान ही अपूर्व कर्म नाशक है. किसी वक्त आप प्रसन्न चंद्र राजर्षी के साथ मे आपने शुभ ध्यान किया था उसे याद करेंगे तो मोक्ष के रास्ते आपके लिये अपने आप खुल जायेन्गे.
आपकी इस जनम कि लडकी घर संसार कि सभी कर्तव्योंका पालन करेगी इसलिये उसके कर्म भी शुद्ध् हो जायेंगे और उसे भी अंतिम्त: मोक्श मिलेगा. उसकी आत्मा भी अत्यंत सात्विक और शुद्ध् है. लेकिन इन सब बातोंका अनुभव उसे अब नही आयेगा. वो जब एक बच्चे की माँ बनेगी और अपने उमर के तीस साल पार करने के बाद उसे उसका पहला जनम याद आने लगेगा. ...
आपकी आत्मा का इस धरति पर आना और आपके बच्ची मे उसकी आत्मा का आना यह कोई साधारण घटना नहीं है. इसके पीछे कुछ गहरे राज छुपे है. लेकिन इन राजोंको आपने खुद ही ढूंढ के निकालना है. यही आपका कार्मिक भाव है. इस भव को आप जितना गहराई से जानोगे उतना आप मोक्ष कि तरफ आकृष्ट हो जाओगी.
लडकी का भविष्य काफी अलग प्रकार का है. वो हुबहू आपको ही कोपी करेगी. यह लडकी दिमाग से तेज है, लेकिन स्वभावत: चंचल होने के कारण एकाग्रता कि कमी होती है. यह सी.ए. नही बनेगी, लेकिन सी.ए. समकक्ष एम.सी.ए. जरूर बनेगी. उसका भाग्य डिग्री का मोहताज नहीं है. उसका भाग्य धार्मिक प्रवृत्ती मे है. समाज मे उसका बहोत मान सम्मान होगा. देश और विदेश मे भी उसका नाम होगा. इसे पहला लडका होगा. ससूरजी की लाडली होगी. इसकी सास बहोत खडूस होगी. एक ननद होगी वो इससे इर्ष्या करेगी. इसे देवर नही होंगे. इसलिये देवरानी जेठानी का झंझट नही रहेगा. शादी के बाद भी हमेशा तुम्हारे सामने रहेगी. अगर विदेश गयी तो तुम्हे भी साथ लेकर जायेगी.
तुम्हारा भविष्य.. बहोत जल्द तुम्हे गूढ शक्तियोंका ग्यान प्राप्त होगा और ब्रह्मांड के विषय एवम आत्माओंका विषय इनमे तुम्हे गती मिलेगी. हरी ॐ
पहले स्थान मे गुरु होने कि वजह से ये सफल व्यापारी है. इनको कभी पैसे कि कमी नही रहेगी. जितना इनका कपेसिटी है उतना एक्चुअली ये काम नही करते. अगर फुल कपेसिटी से काम करेंगे तो ये बिजनस मे बहोत आगे बढ जायेंगे. राहू और केतु कि दशा ये बता रही है, के इनका केरेक्टर काफी अच्छा है. किसी दूसरी औरत मे इन लोगोंको जरा भी इंटेरेस्ट नही रहता. लेकिन 4,5,6,7,8 वे स्थान रिक्त होने कि वजह से इनका लाईफ गूढ चीजोंसे भरा रहेगा ये निश्चित है.
क्योंकि उपर वालेने इनके किस्मत के कुछ पन्ने खाली छोडे है. इसका मतलब ये समय चलते नही समझ पाये, या कोई ऐसा ग्यानी गुरु नही मिला जो इनको प्रोपर गाइड लाईन दे सके. इन खाली पन्नोंको इन्होने भक्ति कर्म से भर देना चाहिये था. लेकिन जानकारी ना होने की वजह से ऐसा अक्सर होता है. इनके स्टार्स बहोत जोरदार है लेकिन मन मे श्रद्धा नही. नास्तिक नही है, लेकिन बहोत ज्यादा आस्तिक भी नही है. भूत प्रेत या गूढ शक्तिया इनके उपर इन्हे जरा भि विश्वास नही था. इसलिये शनी महाराज ने इनके विश्वास को जगाने के लिये ये बीमारी की सब रचना की है.
जितना ज्यादा ये डॉक्टर के पीछे जायेंगे उतना जिंदगी कनफ्यूज होती जायेगी. अब वक्त आगया है, कि कुछ समय के लिये रोज शनी देव कि शरण मे चले जाय या माँ बगलामुखी की शरण मे चले जाय. अब इस वक्त भक्ति अच्छी नही लगती, अमुक देवता अच्छी नही लगती ये कारण नही चलेंगे.
दूसरा कारण इनके शोप मे वास्तुदोश निर्माण हुआ है. इसे दूर करना पडेगा. गलत शक्तियाँ आकर यहाँ वास करती है. वास्तु दोश निवारण के लिये इतना करे, 1) पूरे सामान को खाली करके रूम को साफ करे. गोमुत्र छिडके. वास्तुशांति पूजा करे.2) सम्पूर्ण रूम को सफेद रंग लगाये. 3) सामान रॅकिंग सिस्टम लाल रंग कि करे. 4) दरवाजे पर बडा ॐ का पोस्टर लगाये. जितना बडा दरवाजा उतना बडा पोस्टर. 5) बाथरूम अगर है, तो उसके उपर झरने से बहने वाले पानी की बहोत बडी तस्वीर लगाये. 6) फर्श के उपर सफेद कोलिन (रेक्जिन भी चलेगा) बिछाये.
ये स्ट्रिक्ट्ली करना ही पडेगा. फिर पूरा सामान अंदर रखने के बाद फिरसे वास्तु पूजा रखनी पडेगी.
मै एक मंत्रजाप दूंगा, उसे हर रोज करना पडेगा, उसमे कोई आलस्य नही होना चाहिये. जब फिट्स जैसा कुछ भी हो जाये तो वही मंत्रजाप करना है.
शोप के उपर की नकारात्मक शक्तियाँ इन्हे परेशान कर रही है. इसीलिये दुकान मे कोई भी बैठेगा उसके उपर वो शक्ति हावी हो जाती है. उस शक्ति को माँ बगलामुखी के शरण मे जाकर ही भगाना पडेगा. और बादमे वो शक्ति वापस घूमकर नही आये इसीलिये भी काम करना पडेगा.
अब जानेंगे इनके पिछले जनम के बारेमे. पिछला जनम इनका राजस्थान के बहोत सम्पन्न परीवार मे हुआ था. शायद जमिंदार थे. इनके चौदह भाइ बहन थे. इनका नम्बर 7वा था. कभी कभी इनको सपने मे इन्हे वो हवेली नजर भी आती होगी, लेकिन कभी ध्यान नही दिया था. इनका मन काफी अध्यात्मिक था. पढाई से ज्यादा मंदिर मे बैठना और संतोंकी सेवा करना इस लडके को अच्छा लगता था. करते करते ये लडका लोगोंकी ,दुखी दर्दियोंकी सेवा करने लगा.
जिसके कारन कम उमर मे ही ये पोपुलर भी हो गया और उतने ही दुश्मन तैयार हो गये. इसके उपर ब्लेक मेजिक का भी प्रयोग होने लगा. फिरभी इसके करम अच्छे होने के कारण वो शक्तियाँ इनका कुछ नही बिगाड पायी.
एक दिन उनके मंदिर मे एक विचित्र प्रकार कि बीमारीवाली महिला आयी. जिसकी बिमारी कोई ठीक नही कर सकता था. जब इसने अपने गुरु को पूछा, तो गुरू ने बताया कि यह बीमारी सिर्फ संक्रमित होती है, इसीलिये किसी को माध्यम बनना पडेगा. तो ये लडका तुरंत वो बिमारी अपने उपर लेने के लिये तैय्यार हो गया.
वही महिला इस जनम मे उसके ऋण पूरे करने के लिये इस जनम मे उसकी सेविका बनकर आयी. और उस जनम के संक्रमण कि प्रक्रिया उसके संचित के कारण चालू है. यह संक्रमण रोकने का एक ही तरीका है, फिरसे पिछले जनम मे आधी रही पूजापाठ कि जिंदगी को पूरा किया जाय.
यह बिमारी भगवान के साथ जुडनेका एक बहाना है. इसका अनादर करेंगे तो जीवन अस्त व्यस्त हो जायेगा. हरी ॐ.
ये सिर्फ तुम्हारी माँ नही है, ये अपने सास को भी नचायेगी. तुम तो अपने सास के सामने जरासा झुकी, वो तो जरा भी नही झुकेगी. लडका बहोत पैसेवाला मिलेगा. लडका स्वभाव से थोडा लल्लु होगा. लेकिन इसे भी ऐसा ही बंदा चाहिये. लडके का स्वभाव इतना अच्छा होगा कि बेटी से भी तुम्हारी ज्यादा सेवा करेगा. शायद मेटल से जुडा हुआ इसका बिजनस होगा, हो सकता है गोल्ड. इसे पैसे की कभी कमी नही रहेगी. पूरा विश्व घूमेगी. हनिमून के लिये युरोप घुमेगी.
ये बिजनेस मे पती की मदद करेगी. शादी होगी बरोडा मे लेकिन वो चली जायेगी अहमदाबाद या मुम्बई. इसको देवर या ननद के झंझट नही मिलेंगे, या तो वो सभी सेटल्ड होंगे या विदेश मे होंगे. यही दामाद तुम्हे विदेश लेके जायेगा. लेकिन ये लडकी जानबूझकर विदेश मे सेटल नही होगी. जहा पर बडी वाली केनेडा मे सेटल होगी. इस लडकी को पहला लडका होगा, दूसरी लडकी होगी.
लडके को थोडी हेल्थ की प्रोब्लेम हो सकती है. तुम्हारी सेवा अंत तक ये दोनो करेंगे. हजबंड को ये डोमिनेट करेगी. लेकिन पति-पत्नी मे आपस मे प्यार बहोत ही ज्यादा रहेगा. मतलब ये तुम्हारे सामने भी एक दूसरे को चिपके रहेंगे. जब इसका दिमाग हटेगा तो भयंकर झगडेगी. पूरा घर सर पे उठायेगी. लेकिन वापस आकर सबको खाना देगी, खुद भी खायेगी जैसे कुछ हुआ ही ना हो. सास से ज्यादा ये ससूर की, अपने पपा के जैसे, लाडली रहेगी. शादी का योग अगले साल की अप्रैल मे है इस बीच कुछ अच्छी घटनाये हो जायेगी, और लडका मिलेगा. तुम इसकी चिंता जरा भी नही करो.
...... का कर्म और नसीब दोनोमे जमीन आसमान का अंतर है. कुछ लोग ऐसे होते है, जिन्हे भगवान भर भर के देता है, लेकिन उनके कर्म उनको ले डूबते है.
इनका विवाह और उत्पन्न होनेवाली संतती सबको इनके मंगल और शनी ने खाया हुआ है. विवाह से पहले से ही इनकी सोच आसमान मे उडनेवाली बडी बडी बाते और सपनोकी दुनिया मे रहनेवाला इनका स्वभाव इन्हे ले डूबा. जीवन के इस पाडाव पे भी इनको शांती नही है.
क्योंकि पहले से अहंकारी स्वभाव है. गुस्सा तो बस बहाना चाहिये. ये एक औरत से पैसे कि मदद लेने गये तब से ये फसते गये. शुरुआत मे इनका स्वभाव अलग था. लेकिन उस औरत ने इसे चारो तरफ से फसाया है. अब विदेश जाने मे केतु और शनी दोनोकी बाधा है. उसकी शांती करेंगे तो अगले साल के मध्या तक विदेश जा पायेंगे. फिरसे इन्हे वोदेश ले जाने के लिये कोई औरत ही मदद करेगी.
....बेन को बोलिये, वो लोगोंको डराना छोड दे. क्योंकि उनकी उम्र 78 साल कि है. तो अभी आत्महत्या करने जायेगी, तो मरेगी नही. और टेढी मेढी होकर अपाहिज होकर रहेगी. फिर कोन सेवा करेगा?
विदेश जाने के बाद भी ये बंदा सुधरेगा नही. वहा फिरसे लोचा करेगा. ग्रह कि दशा अलग है और इसकी सोच अलग है. ग्रह पोवरफुल है. लेकिन कर्मोंकी साया इसका पीछा करती रहेगी. त्वरित अमीर बनने के विचार से ये बंदा इतना जुनूनी हो जाता है, कि कुछ भी डेरिंग करता है. फिर वो डेरिंग ग्रहोंको भी पानी मे बिठा देता है. इसे अहंकार छोड शनी के शरण मे जाना पडेगा.
चाहे तो शनी और नव ग्रह शांति विधी कर सकते है. लेकिन ये मानेगा नही. तो भगवान मालिक है. हरी ॐ
आपके दो तीन सवाल बहोत गूढ है, उसी से शुरू करते है.. आप कौन है? आप एक ऐसी आत्मा है जो थोडा सौ साल लेट इस धरती पर आयी. इसीलिये इस जनम मे आपको मिलनेवाले लोग कोई आपको समझही नही पाता. आप उनको समझानेकी बहोत कोशिश करती है लेकिन उनकी समझमेही नही आता कि आप क्या कहना चाहती है. फिर आपभी उन्हे समझाना छोड देती है. आपकी माँ आपको जनम देना ही नही चाहती थी. लेकिन फिर भी आपके आत्मा ने जिद पकडी और आपने जनम लिया.
आपकी आत्मा सैकडो सालोंसे शांत बैठी हुयी थी पुनरजनम का इंतेजार करते हुये. आपने मोक्ष तक जाने के बजाय और एक चांस लेना ठीक समझा. इसीलिये आपको इस जनम मे स्वार्थी लोग मिले. फेमिली तो अपनी जगह, जिससे शादी हुयी उसने सिर्फ आपका 'यूज' किया. आपकी इमोशंस आपकी सोच इस बंदे को कोई मायने नही रहती. बेड पर भी ये बंदा अपने ही खयालो मे रहता है.
ये कभी भी ना किसी का हो पाता है, ना होगा. इस बीच आप फस गयी है. क्योंकी सब के सामने ये बंदा नाटक करता है, तो आप खराब और वो अच्छा ऐसी सिच्युएशन हो जाती है.
आपका पिछला जनम करीब सातसौ साल पुराना है. इस बीच आप शांत थी. आपकी आत्मा बहोत पवित्र और शुद्ध है. इसीलिये आपका मन आपको हमेशा सवाल पूछता है, हे भगवान मैंने क्यो जनम लिया?
आप को बचपन से ही लगता था कि मै कोई और हूँ, ये लोग मेरे माता पिता नही है. यह सच है. आप प्राचिन सम्य मे एक ऐसे परिवार से बिलोंग करति थी जो एक संत परीवार था. आपके पिताजी बहोत बडे संत ठे. आपकी माताजी भी बहोत अच्छी आत्मा थी. आपका बचपन अत्यंत समाधानी हुआ करता था. हमेशा संतोंके साथ साधुओंके साथ धर्म की चर्चा करना, ब्रम्हांड की चर्चा करना आपको अच्छा लगता था. उसी समय आपने बचपन मे ही ब्रम्हचर्य का पालन करने का सोचा था. वही सोच अभी भी रिफ्लेक्ट होने के कारण आपको 'सम्भोग' इस विषय मे रुची नही रही. एक अनजानी सी निरिच्छता आपको 'सेक्स' के बारे मे मालूम होती है.
उस जनम मे आपने आजिवन ब्रम्हचर्य का पालन करते हुये बहोत सामाजिक कार्य किये. जैसे कि कुँवा खोदना. पशू प्राणियोंकी सेवा करना. यहाँ तक कि कोई भूखा प्यासा इंसान आपके दरवाजे पे आता था तो वो पेटभरकर खाना खा कर ही लौटता था. आपको उस जनम मे किसी प्रकार के इंसानी वासनाओंका प्यार पसंद ही नही था. इसीलिये आपके फिजिकल कभी बच्चे नही हुये, लेकिन फिरभी पूरा समाज आपको मातृतुल्य मानता था. उस जनम मे आपके पिता कि मृत्यु होने के बाद उन्होने तुम्हे फिरसे जनम न लेने की सलाह दी. इसी सोच मे उस जनम मे मृत्यू के पश्चात करीब छे सौ साल तक तुम सोचती रही, लेकिन ब्रम्हचर्य के कारण तुम्हारी आत्मा को वैवाहिक जीवन का आनद लेने की इच्छा हुयी और बहोत लेट तुम्हारा जन्म हुआ. तुम्हे आजके तारीख मे लोग जब एक दूसरे के साथ गलत व्यवहार करते है तो अंदर सेबार बार सवाल उठता है, कि कोई बंदा ऐसा केसे गलत व्यवहार कर सकता है?
दूसरी भाषा मे सत युग कि तुम्हारी आत्मा गलती से कलियुग मे आयी है. इसीलिये कलियुग के व्यवहार तुम समझ ही नही पाती.
डिवोर्स होना ये तो तय था. लेकिन तुम अपने आप मे इतनी सक्षम हो कि तुम्हे पुरुष नाम के सहारे कि जरूरत कभी भी नहि पडेगी.
तुम इस दुनिया मे किसी के बच्चे पैदा करने नही आयी हो. तुम्हे जनम देने के पीछे बहोत बडा आध्यात्मिक राज छुपा हुआ है.
तुमने अगर दूसरी शादी की तो वो भी सफल नही हो पायेगी. क्योंकी वापस तुम्हारी आत्मा वासनाओन्मे नही घिरना चाहती. तुम अत्यंत तेजस्वी उर्जावान हो, और शादी का मतलब होता है, पति नाम के प्राणी के शारिरीक से लेकर मानसिक अत्याचार सहो. तुम्हारे स्टार्स बता रहे है, कई बार पती ने तुम्हारे उपर 'रेप' किया है. मतलब तुमसे हर बात मे वो जबरदस्ती ही करता रहा. उसके स्पर्श मे सिर्फ उसका ही मतलब होता था, एक वहशी पन.
वो बंदा कौन था यह अगर मालूम हुआ तो तुम्हे बदा आश्चर्य होगा. वो बंदा जिस जनम मे तुम मंदिर की पुजारन थी उस वक्त ये सम्शान घाट का मेनेजर था. वो तुम्हारी कामना करता था इसीलिये इस जनम मे पता नही कैसे तुम्हारी और उसकी आत्मा शादि के बंधन मे आ गयी. लेकिन उसका प्रोफेशन इतना खतरनाक था कि जिसकी वजह से वो आज भी बहोत सारी बाते वो किसी को बताता नही है. उसे कितना भी बोलो कुछ भी बोलो कुछ फरक नही पडता. क्योंकि वो खुद एक पत्थर जैसा हो गया है. अनेक लडकियोंके साथ उसके सम्बंध है. लेकिन वो किसी से प्यार नहीं करता. उसके दिल मे किसी के लिये कोई भावना नहीं है. तुम्हारी कोई गलती ना होते हुये भी लोग तुम्हे गलत ठहरायेंगे क्योंकि तुम गलत युग मे पैदा हो गयी हो..
जो उस जनम मे तुम्हारे पिताजी थे वो तो मुक्त हो गये उसी की राह पर तुम भी चलोगी. बिजनस मे तुम्हारे स्टार्स 'गुरू' तेजस्वी है, पैसे की कमी खुद पूरी करोगी. आध्यात्मिक लाईफ बहोत उंचे दर्जे का रहेगा. सामाजिक क्षेत्र मे काम करते वक्त तुम्हारे रिलेशंस बनेंगे, लेकिन वो सभी तुम्हारे मार्गदर्शक होंगे. एक पूर्णत्व की खोज तुम्हारी जारी रहेगी. क्योंकि कुंडली अनुसार लम्बे समय के लिये राहू वक्री रहेगा. फिर भी बिंदास्त होकर मुक्त होकर तुम जिंदगी जीने का स्वाद ले पाओगी. इसमे तुम्हे तुम्हारा बहोत रिस्पेक्ट करने वाला तुम्हे समझनेवाला तुम्हारी फीलिंग्स को जाननेवाला भी बंदा मिलेगा. लेकिन कुल मिलाकर किसी प्रकार के बंधन मे तुम्हारी आत्मा नही रहेगी. समाज सेवा तुम्हे सम्पूर्ण ग्यान और मुक्ति के द्वार खोल देगी. मन कि अपरम्पार शांती तुम्हे मिलेगी. इतनाही नही तुम्हारा 'सूर्य' तेजस्वि होने के कारण तुम एक बहोत उंचे दर्जे कि आध्यात्मिक गुरु भी बनोगी.... . हरी ॐ शांति शंति यह सब कैसे होगा, ये मुझे नही मालूम, लेकिन होगा इतना निश्चित है
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